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पीएम मोदी के प्रयास से ऐसे बदली 'बापू' के कोचरब आश्रम की तस्वीर
नई दिल्ली, 12 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को गुजरात दौरे पर पहुंचे। यहां पीएम मोदी ने अहमदाबाद में साबरमती में महात्मा गांधी आश्रम में पुनर्विकसित कोचरब आश्रम का उद्घाटन किया। इसकी कई फोटो सामने आई है।
इन तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि पीएम मोदी के प्रयास से कोचरब आश्रम पूरी तरह से बदल चुका है। यह आश्रम पहले जहां जर्जर हो गया था, दीवारों पर काई जमी रहती थी, आश्रम के कई खंभे टूटने की कगार पर थे। लेकिन, मोदी सरकार ने इसका कायाकल्प करके अब पूरी तरह से इसे नया स्वरूप दे दिया है।
तस्वीरों में दिख रहा है कि आश्रम को नया स्वरूप देने के साथ-साथ हर कोने का रंग-रोगन करके सजाया गया है। आश्रम के चारों ओर पेड़-पौधे भी लगाए गए हैं। इतना ही नहीं पेडों के नीचे वाले हिस्से को भी पेंट किया गया है, जिससे आश्रम और भी ज्यादा खूबसूरत और आकर्षक लगे। इसके अलावा आश्रम के चारों तरफ रंगबिरंगी लाइट भी लगाई गई हैं, जिससे रात के अंधेरे में भी यह आश्रम दूर से ही जगमगाता रहे।
1,200 करोड़ की लागत से साबरमती आश्रम का भी कायाकल्प किया जाएगा। इसका जीर्णोद्धार करने का मकसद है भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के इतिहास और शिक्षा को जीवंत करना।
बता दें कि महात्मा गांधी को लेकर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल सियासत करते रहते हैं। लेकिन, उनसे संबंधित किसी भी धरोहर को सहेजने या संवारने का प्रयास नहीं किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा महात्मा गांधी से जुड़ी चीजों को संरक्षित करने के लिए लगातार कदम उठाए हैं। अब पीएम मोदी ने साबरमती आश्रम के कायाकल्प करने का भी बीड़ा उठाया है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''साबरमती आश्रम का जीर्णोद्धार हमारे समृद्ध इतिहास को संरक्षित करने और उसका जश्न मनाने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रयास का पैमाना आपको मंत्रमुग्ध कर देगा!''
वीडियो के जरिए यह बताया गया है कि महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम को भव्य बनाया जाएगा। इसमें बताया गया है कि अहमदाबाद में साबरमती के तट पर स्थित गांधी आश्रम 1917 से 1930 तक उनकी कर्मभूमि रही। यहीं से उन्होंने रचनात्मक कार्य, शिक्षा और सत्याग्रह के प्रयोग किए। इसी आश्रम से उन्होंने भारत की स्वतंत्रता का महत्वपूर्ण आधार भी बनाया।
वीडियो में बताया गया कि जहां पहले यह आश्रम 120 एकड़ में फैला हुआ था और 63 इमारतें महात्मा गांधी के जीवन आदर्शों से सजी हुई था। लेकिन, जैसे-जैसे वक्त बदला मौजूदा आश्रम 5 एकड़ में सिमटकर रह गया। सिर्फ तीन इमारतें ही पर्यटकों के लिए खुली रही और शेष समय के साथ नहीं रहीं।
फिर, पीएम मोदी ने महात्मा गांधी के स्मृति स्थल के जीर्णोद्धार का संकल्प लिया। मोदी सरकार ने फिर से महात्मा गांधी के इस आश्रम को मूल रूप में लाने का काम शुरू किया। अब सरकार 36 इमारतों का जीर्णोद्धार करेगी, जिसमें 20 पुराने भवनों का संरक्षण, 13 भवनों का कायाकल्प और तीन इमारतों को रेनोवेट करना शामिल है।
--आईएएनएस
एसके/